tag:blogger.com,1999:blog-3994263601620952176.post626643538453730046..comments2023-08-25T17:33:17.806+05:30Comments on नया घर ( NEW HOME): राजमाता ’हिन्दी’ की सवारीविनोद पाराशरhttp://www.blogger.com/profile/16819797286803397393noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-3994263601620952176.post-16097170415737092842007-11-20T00:04:00.000+05:302007-11-20T00:04:00.000+05:30व्यंग्य से भरपूर...यथार्थ को झलकाती सुलझी हुई सरल ...व्यंग्य से भरपूर...<BR/>यथार्थ को झलकाती सुलझी हुई सरल कविता <BR/><BR/>हिन्दी हैँ हम...<BR/>वतन है हिन्दोस्तां हमारा...राजीव तनेजाhttps://www.blogger.com/profile/00683488495609747573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3994263601620952176.post-81934396408629923442007-08-14T10:54:00.000+05:302007-08-14T10:54:00.000+05:30कविता अच्छी है। व्यंग्यात्मक पुट के साथ यथार्थवादी...कविता अच्छी है। व्यंग्यात्मक पुट के साथ यथार्थवादी।<BR/><BR/>किन्तु हिन्दी को तो हम हिन्दीवालों ने ही बिगाड़, पिछाड़ रखा है, अपनी दुर्बुद्धि के कारण इसे "क्लिष्टतम" बना रखा है। समय पुकार रखा है कि इसे सरल और तकनीकी दृष्टि से सक्षम बनाएँ।हरिरामhttps://www.blogger.com/profile/12475263434352801173noreply@blogger.com