मेरे जीवन के खट्टे-मीठे
अनुभवों की काव्यात्मक
अभिव्यक्ती का संग्रह हॆ-
यह ’नया घर’.
हो सकता हॆ मेरा कोई अनुभव
आपके अनुभव से मेल खा जाये-
इसी आशा के साथ ’नया घर’
आपके हाथों में.
परिचय
शुक्रवार, 9 नवंबर 2007
दीपावली की शुभकामनाय़ें
सभी- नामी-ग्रामी परिचित-अपरिचित जाने-अनजाने साथियों को दीपावली की शुभकामनाय़ें. स्नेह की बाती से प्रेम का दीपक जलायें. ******
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