मेरे जीवन के खट्टे-मीठे
अनुभवों की काव्यात्मक
अभिव्यक्ती का संग्रह हॆ-
यह ’नया घर’.
हो सकता हॆ मेरा कोई अनुभव
आपके अनुभव से मेल खा जाये-
इसी आशा के साथ ’नया घर’
आपके हाथों में.
परिचय
बुधवार, 6 जून 2007
सच्चा neता
सच्चा राष्ट्र-नेता ========== अध्यापक ने- छात्र से पूछा- बताऒ बेटा किसे कहते हॆं? सच्चा राष्ट्र-नेता. छात्र बोला- गुरू- जो छोटी बात पर लम्बा भाषण देता हॆ, बहुत कुछ लेता हॆ पर कुछ नहीं देता हॆ समझो- वही सच्चा राष्ट्र नेता हॆ.
1 टिप्पणी:
"हे!...रामचन्द्र कहाँ गए सिया से....
ऐसा कलयुग आएगा..
हँस चुगेगा दाना-दुनका....
कौवा मोती खाएगा"
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