मेरे जीवन के खट्टे-मीठे
अनुभवों की काव्यात्मक
अभिव्यक्ती का संग्रह हॆ-
यह ’नया घर’.
हो सकता हॆ मेरा कोई अनुभव
आपके अनुभव से मेल खा जाये-
इसी आशा के साथ ’नया घर’
आपके हाथों में.
भाई परमजीत जी, धन्यवाद,मेरी कविता के साथ-साथ,आपको मेरी फोटो भी पसंद आई.दर-असल मॆं यह फोटो अपने ब्लाग के प्रोफाईल पर डालना चाहता था,लेकिन पूरी तकनिकी जानकारी न होने के कारण,यहां आकर अटक गया.
परमजीत जी, धन्यवाद,मेरी कविता के साथ-साथ,आपको मेरी फोटो भी पसंद आई.दर-असल मॆं यह फोटो अपने ब्लाग के प्रोफाईल पर डालना चाहता था,लेकिन पूरी तकनिकी जानकारी न होने के कारण,यहां आकर
3 टिप्पणियां:
वाह! क्या बात है।
भाई परमजीत जी,
धन्यवाद,मेरी कविता के साथ-साथ,आपको मेरी फोटो भी पसंद आई.दर-असल मॆं यह फोटो अपने ब्लाग के प्रोफाईल पर डालना चाहता था,लेकिन पूरी तकनिकी जानकारी न होने के कारण,यहां आकर अटक गया.
परमजीत जी,
धन्यवाद,मेरी कविता के साथ-साथ,आपको मेरी फोटो भी पसंद आई.दर-असल मॆं यह फोटो अपने ब्लाग के प्रोफाईल पर डालना चाहता था,लेकिन पूरी तकनिकी जानकारी न होने के कारण,यहां आकर
hi,my consice!
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