परिचय

मंगलवार, 17 अप्रैल 2007

प्रश्न:एक

जब भी
कलम उठाता हूं
असंख्य प्रश्न
मेरे चारो ऒर
मुंह बाये
खडे हो जाते हॆ।
धीरे-धीरे
कलम छोटी-
ऒर प्रश्न
बडे हो जाते हॆ।
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