मेरे जीवन के खट्टे-मीठे अनुभवों की काव्यात्मक अभिव्यक्ती का संग्रह हॆ- यह ’नया घर’. हो सकता हॆ मेरा कोई अनुभव आपके अनुभव से मेल खा जाये- इसी आशा के साथ ’नया घर’ आपके हाथों में.
नये घर में आपका स्वागत है विनोद जी, उम्मीद है अब यहाँ नियमित पढ़ने को मिलता रहेगा।
धन्यवाद श्रीश जी,थोडा इन्तजार कीजिए धीरे-धीरे अपनी सभी कवितायें इस नये घर में रखूंगा.आप समय पर मेरा मार्गदर्शन करते रहिए.
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नये घर में आपका स्वागत है विनोद जी, उम्मीद है अब यहाँ नियमित पढ़ने को मिलता रहेगा।
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